
नीरज सिंह / सूरजपुर जिले की पुलिस की कार्यप्रणाली कैसी और किस तरह की है यहाँ के रहवासियों को अच्छे से पता है। खाने के दाँत और चमकाने के अलग है। फिलहाल जिले की पुलिसिंग को लेकर शोसल मीडिया सहीत अन्य प्लेटफार्म में अपनी चमक चमकाने वाली पुलिस के कार्यवाही खोखले साबित हो रहे है। बसदेई चौकी के सिरसी से एक विवाहिता 25 दिनों से लापता है। पिता सूरजपुर थाने सहित बसदेई पुलिस चौकी का चक्कर लगाते परेशान है। अब पिता ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है। पुलिस को दिए आवेदन में शिव नारायण ने बताया कि वह थाना सूरजपुर के
ग्राम बिशुनपुर, देवनगर का निवासी है। आज से लगभग 07 वर्ष पूर्व उसकी नाबालिग पुत्री मीना को ग्राम सिरसी के धर्मेन्द्र राजवाड़े बहलाफुसला शादी का झांसा देकर भगाकर ले गया था। समाज के हस्तक्षेप और एक ही जाति के होने पर समाज की बात मानकर बेटी को धर्मेन्द्र राजवाड़े के साथ शादी कर सपुर्द कर दिया। शादी के बाद अक्सर वाद विवाद होते रहा। हाल में 2 अगस्त को उसकी बेटी मीना के साथ उसका पति व परिजन मारपीट कर घर से निकाल दिया गया है जबकि उसकी एक बेटी है उसे धर्मेन्द्र राजवाड़े अपने पास रख लिया। उसके बाद से उनकी बेटी मीना लापता है कुछ पता नहीं चल रहा है. उसे जान से मार दिया होगा ऐसा अंदेशा है। ऐसी स्थिति में पिता शिक्षयत लेकर पुलिस थाना सूरजपुर में गया तो बताया गया कि बसदेई पुलिस चौकी का मामला है वहाँ जाओ। वहाँ जाने पर बसदेई पुलिस टाल मटोल करती रही। अब पीड़ित पिता पुलिस चौकी बसदेई एवं पुलिस थाना सूरजपुर का चक्कर लगाते-लगाते काफी परेशान हो गया है। अब उसको अनावेदकगण घमकी दे रहे है पुलिस को हम लोग खरीद लिए है तुम हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकते हो। तुम्हारे लडकी के साथ तुमको भी मारकर फेंक देंगे, जिससे वह अत्यधिक भयभीत्त हो गया है और दिनांक 14.08.2025 को पुलिस अधीक्षक के समक्ष शिकायती पत्र भी दिया। जिसके बाद किसी तरह की जांच कार्यवाही न के बराबर है। आज भी एक पिता 25 दिनों से लापता बेटी की तलाश में पुलिस की चक्कर काट रहा है और उसे इधर उधर भटकाया जा रहा है। जांच विवेचना तो बहुत दूर की बात..? क्या एक पिता के साथ पुलिस न्याय इंसाफ कर पायेगी इस सवाल पर प्रश्नचिन्ह है..?






















































