
2025 से सभी जिलों में अनिश्चितकालीन आंदोलन जारी है।
प्रदेश NHM कर्मचारी संघ की नियमितीकरण, ग्रेड पे सहित 10 सूत्रीय मांगों को लेकर 33 जिलों में जोरदार संघर्ष चल रहा है। बिना कोई लिखित आदेश के स्वास्थ्य मंत्री जी द्वारा हमारी 5 मांगों पर बार-बार भ्रामक बयान दिए जा रहे हैं।इसके विरोध में
आज, 29 अगस्त 2025 दिन-शुक्रवार को रायपुर व दुर्ग संभाग के सभी जिलों के साथ-साथ बिलासपुर संभाग के मुंगेली जिले के NHM साथी तुता, रायपुर धरना स्थल पर जोरदार विरोध प्रदर्शन कर और एक विशाल रैली निकालकर शासन को फिर से चेतावनी .
“20 वर्षों से लंबित मांगों को शीघ्र पूरा कर हमें हमारा हक दिया जाए।”
अन्य संभाग — बस्तर, सरगुजा, एवं बिलासपुर (मुंगेली को छोड़कर) — अपने-अपने जिलों में ऊर्जा के साथ धरना प्रदर्शन जारी .
आज सूरजपुर मे भी प्रांतीय आह्वान पर एनएचएम कर्मचारियो ने मोदी की गारंटी खोज अभियान चलाकर तिरंगा रैली निकाला गया.एवं भीख मांग कर विरोध प्रदर्शन किया.
रैली मे जिले के समस्त एनएचएम कर्मचारी शामिल हुए. रैली को भरपूर जनसमर्थन भी मिला.
जिलाध्यक्ष बृजलाल पटेल एवं प्रवक्ता तोपान सिंह दायमा ने कहा हम पिछले 20 साल से शोषित, पीड़ित एवं वंचित है.हमारी चिंता कोई नही कर रहा है,अल्प-वेतन मे सेवा देने को मजबूर है,अभी पिछले 20 महीने मे लगभग 160 बार से अधिक ज्ञापन, आवेदन, निवेदन के बाद भी हमारी मांगो को अनसुना किया जा रहा है,

सरकार से जल्द-से-जल्द नियमितीकरण की घोषणा करने की मांग किया गया.
एनएचएम कर्मचारियों ने भीख मांगकर विरोध प्रदर्शन किया और कहा इसे मुख्य मंत्री राहत कोष मे जमा करेंगे ताकि पूर्ववर्ती सरकार द्वारा घोषित 27% वेतन वृद्धि का भुगतान हो सके.
19 जुलाई 2023 को विधानसभा मे पूर्व मुख्य मंत्री महोदय द्वारा 54 विभाग के 37000 संविदा कर्मचारियो के लिए 27% वेतन वृद्धि की घोषणा करते हुए बजट स्वीकृत किया गया था,अन्य विभागो के संविदा कर्मचारियो 27% वेतन वृद्धि का लाभ प्रदान किया गया परन्तु स्वास्थ्य विभाग के 16000 कर्मचारियो को इससे वंचित रखा गया.
एनएचएम कर्मचारियो को कहा जाता है,कि 2019 से 2022 तक लगभग 22 % भुगतान हो चुका है,आपका 5% भुगतान शेष है,जबकि 2023 मे राज्य सरकार द्वारा 27% एकमुश्त वेतन वृद्धि की घोषणा किया गया तो 2019 से घटाना समझ से परे है.दूसरी बात जिस 5% की बात किया जा रहा है वह हमारे कार्य मूल्यांकन के आधार पर वार्षिक वेतनमान वृद्धि है,जो कि केन्द्र सरकार द्वारा दिया जाता है.
इसी तरह हमारी सभी मांगो पर लिखित आदेश निकालने के बजाय गुमराह किया जा रहा है.
एनएचएम कर्मचारी संघ मांग करता है कि जल्द-से-जल्द उनके मांगो पर उचित निर्णय लिया जाये,एवं संवाद स्थापित किया जाए. सरकार के अड़ियल रवैए के कारण स्वास्थ्य कर्मचारी हड़ताल करने विवश है.
आश्वासन नही आदेश चाहिए.






















































