
सूरजपुर जिला चांदनी क्षेत्र के कुपोषित बच्चों को सुपोषित करने हेतु यह पोषण पुनर्वास केंद्र प्रारंभ किया गया था जिससे गंभीर कुपोषित बच्चों को इलाज के साथ-साथ उनके माता के ठहरने एवं खान की व्यवस्था की गई थी। उसे 5 फरवरी 2025 को एकमात्र व्हाट्सएप मैसेज के माध्यम से सूचना देते हुए बंद कर दिया गया।
कर्मचारियों का नहीं मिला वेतन–
पोशाक पुनर्वास केंद्र में कार्यरत कर्मचारियों का वेतन जुलाई 2024 से फरवरी 2025 तक का आज दिनांक तक नहीं मिला।
लगभग 150 हितग्राहियों को 2250 रुपए और साहन राशि नहीं मिला—
दिसंबर 2023 से फरवरी 2025 तक अपने बच्चों को सुपोषित करने हेतु कौशल पुनर्वास केंद्र में अपना बहुमूल्य समय निकालकर विभागीय वादे के अनुसार माताएं/हितग्राही 15 से 20 दिवस तक रुक लेकिन आज दिनांक तक उनका प्रोत्साहन राशि कौन खा गया पता ही नहीं चल रहा है।
श्रीमती पार्वती यादव का भविष्य के साथ अन्याय—-
श्रीमती पार्वती यादव का नियुक्ति पोषण पुनर्वास केंद्र बिहारपुर में हुआ था उस वक्त उनकी आयु 40 वर्ष की किंतु आज उनकी आयु 42 वर्ष पूर्ण कर चुकी है अब उन्हें कौन-सा विभाग नौकरी देगा या उनका भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है।
सवाल —-
क्या भविष्य में चांदनी क्षेत्र के लिए एकमात्र संजीवनी कहे जाने वाले पोषण पुनर्वास केंद्र को दोबारा प्रारंभ किया जाएगा। प्रशासन की इतनी बड़ी सफलता कहें या भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी पोषण पुनर्वास केंद्र बिहारपुर जिसमें ना कर्मचारियों का वेतन दिया गया ना ही उसके लगभग 150 हितग्राहियों को कोई प्रोत्साहन राशि।
कर्मचारी तुलेश्वर जायसवाल द्वारा जनदर्शन मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन तथा सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार होने के आशंका व्यक्त कर रहा है साथ ही तुलसी जायसवाल उपसरपंच अवंतिकापुर के द्वारा जनदर्शन कलेक्टर सूरजपुर को 24 मार्च 2025 को इस संबंध में शिकायत भी किया गया किंतु आज दिनांक तक कोई सुनवाई नहीं हो सकी है तथा हितग्राहियों के मन में भी विभाग के प्रति उदासीनता देखने को मिल रही है।






















































