
नीरज सिंह / सूरजपुर नई पीढ़ी को नवाचार और तकनीक से जोड़ने के उद्देश्य से शुरू की गई अटल टिंकरिंग लैब (ATL) योजना जो कि नीति आयोग से संबद्ध है जो फिलहाल धरातल पर दम तोड़ती नजर आ रही है।
सूरजपुर जिला के देवनगर जिस स्कूल में यह प्रयोगशाला स्थापित की गई है, वहां का भवन गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो चुका है, जिसके कारण छात्रों को लैब तक पहुंचने का मौका ही नहीं मिल पा रहा है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार देवनगर प्रयोगशाला भवन का निर्माण कुछ साल पहले ही किया गया था

निर्माण कार्य के दौरान लापरवाही इतनी की छत जर्जर है और कई कमरों में दरारें आ चुकी हैं, छत से पानी चू रहा है,पपड़ी गिर रही है कमरों मे जलभराव होने के कारण वहां पढ़ाई करना भी खतरे से खाली नहीं है। ऐसे में अटल टिंकरिंग लैब जैसे नवाचार आधारित प्रोजेक्ट पूरी तरह अप्रभावी हो गए हैं। मशीनें और उपकरण धूल फांक रहे हैं और बच्चों को तकनीकी कौशल से जोड़ने की उम्मीद अधूरी रह गई है।
बच्चों ने चिंता जताई है कि सरकार द्वारा शुरू की गई नीति आयोग से सम्बध योजना जिसके तहत हमें ऑटोमोबाइल और टेलीकॉम के व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की जानकारी प्राप्त होती है इसके लाभ से फिलहाल हम वंचित हैं l
इस योजना का लाभ न मिलना निश्चित ही शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ी विफलता है।
बता दें कि बच्चों का रुझान विज्ञान और तकनीक की ओर बढ़ाने की बजाय ऐसे हालात उन्हें बुनियादी शिक्षा से भी दूर कर रहे हैं।
शिक्षको ने जिला प्रशासन से अपील की है कि प्रयोगशाला भवन की मरम्मत शीघ्र करवाई जाए और अटल टिंकरिंग लैब को दोबारा सक्रिय किया जाए, ताकि बच्चे भी आधुनिक तकनीकी दुनिया से कदम मिलाकर चल सकें।






















































